EPFO Pension: क्या नौकरी के साथ भी ले सकते हैं EPS पेंशन? क्या हैं EPFO के नियम? जानें

Category: epfo-pension-latest-update » by: Lalchand » Update: 2025-04-12

EPFO Pension, क्या नौकरी के साथ भी ले सकते हैं EPS पेंशन? क्या हैं EPFO के नियम? जानें: जब भी कोई कर्मचारी अपने भविष्य की सुरक्षा के बारे में सोचता है, तो सबसे पहले उसके दिमाग में इंश्योरेंस और पेंशन का ख्याल आता है। भारत में कर्मचारियों के लिए एक खास पेंशन योजना चलाई जाती है, जिसे EPS – कर्मचारी पेंशन योजना कहते हैं। ये योजना EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के तहत चलती है।

EPFO Pension: क्या नौकरी के साथ भी ले सकते हैं EPS पेंशन? क्या हैं EPFO के नियम? जानें

EPFO Pension New Rules 2025

जब भी कोई व्यक्ति अपने भविष्य को सुरक्षित करने की सोचता है, तो उसके मन में सबसे पहले दो बातें आती हैं – इंश्योरेंस और पेंशन। खासकर एक कर्मचारी के लिए, रिटायरमेंट के बाद की ज़िंदगी की आर्थिक सुरक्षा बेहद ज़रूरी होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने EPS यानी कर्मचारी पेंशन योजना की शुरुआत की थी।

यह योजना उन लोगों के लिए है जो किसी कंपनी या संस्था में काम कर चुके हैं और अब अपने बुढ़ापे के लिए एक निश्चित मासिक आय चाहते हैं। आइए इस ब्लॉग में EPS योजना की पूरी जानकारी आसान भाषा में समझते हैं।

EPS पेंशन योजना क्या है?

EPS (Employees’ Pension Scheme) एक सरकारी पेंशन योजना है जिसे EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) द्वारा संचालित किया जाता है। इस योजना की शुरुआत 1995 में हुई थी। EPS का मकसद रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को एक नियमित पेंशन देना है, जिससे वे अपनी जीवन-यापन की ज़रूरतों को पूरा कर सकें। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए है जिनकी उम्र 58 वर्ष हो चुकी है और जिन्होंने किसी भी EPFO-रजिस्टर्ड कंपनी में काम किया है।

EPF और EPS में क्या फर्क है?

बहुत से लोग EPF और EPS को लेकर भ्रमित रहते हैं। जानिए इन दोनों में क्या फर्क है:

  • EPF (Employees’ Provident Fund): यह एक बचत योजना है जिसमें कर्मचारी और कंपनी दोनों योगदान करते हैं। कर्मचारी का पूरा 12% हिस्सा EPF खाते में जाता है।
  • EPS (Employees’ Pension Scheme): यह एक पेंशन योजना है। कंपनी कर्मचारी की सैलरी से 12% योगदान करती है, जिसमें से 8.33% EPS में और 3.67% EPF में जाता है।

इस तरह, EPS और EPF दो अलग-अलग योजना हैं और दोनों में अलग-अलग योगदान होता है।

EPS योजना में योगदान कैसे होता है?

EPS योजना में कंपनी और कर्मचारी दोनों की भागीदारी होती है:

  • कर्मचारी का 12% योगदान – सीधा EPF खाते में जमा होता है।
  • कंपनी का 12% योगदान:
  • 3.67% EPF में
  • 8.33% EPS (पेंशन योजना) में

इसका मतलब है कि EPS पेंशन राशि कर्मचारी की सैलरी से नहीं, बल्कि कंपनी के हिस्से से बनती है।

क्या नौकरी के दौरान EPS पेंशन ली जा सकती है?

हाँ, यदि आप EPS के पात्र हैं, तो आप नौकरी करते समय भी EPS पेंशन ले सकते हैं। यह पेंशन एक प्रकार की आर्थिक सुरक्षा है जो भविष्य में आपकी सहायता करती है।

EPFO New Rules - EPFO के जरूरी नियम

  • 10 साल की नौकरी जरूरी: EPFO के नियमों के अनुसार, अगर आपने लगातार 10 साल या उससे ज्यादा किसी कंपनी में काम किया है, और आप 50 साल की उम्र पार कर चुके हैं, तो आप EPS पेंशन के लिए पात्र हैं।
  • 50 साल से कम उम्र वालों को पेंशन नहीं: अगर आपकी उम्र 50 साल से कम है, तो आप EPS पेंशन का क्लेम नहीं कर सकते। आपको सिर्फ EPF (भविष्य निधि) में जमा रकम ही मिलेगी।
  • 58 साल से पहले पेंशन ली तो रकम कम मिलेगी: अगर आपने 10 साल की नौकरी के बाद भी 58 साल की उम्र से पहले पेंशन लेने का फैसला किया, तो आपकी पेंशन में हर साल 4% की कटौती होगी। - जैसे, अगर आप 56 साल की उम्र में पेंशन लेते हैं तो आपको पूरी पेंशन का केवल 92% हिस्सा मिलेगा।
  • 10 साल से कम नौकरी: अगर आपकी नौकरी 10 साल से कम की है, तो आप पेंशन नहीं ले सकते। ऐसी स्थिति में आप EPS में जमा पैसे को निकाल सकते हैं।

EPS पेंशन योजना का लाभ क्यों लें?

  • रिटायरमेंट के बाद नियमित आय
  • सरकारी योजना होने के कारण भरोसेमंद
  • नौकरी के दौरान भी आर्थिक सुरक्षा
  • जीवनसाथी को भी पेंशन का लाभ (कुछ स्थितियों में)

निष्कर्ष

EPS पेंशन योजना उन कर्मचारियों के लिए एक मजबूत आर्थिक सहारा है जो अपने रिटायरमेंट के बाद की ज़िंदगी को लेकर चिंतित रहते हैं। अगर आपने EPFO में 10 साल या उससे अधिक समय तक योगदान दिया है और आपकी उम्र 50 साल से ज़्यादा है, तो आप भी इस योजना का फायदा ले सकते हैं।

यह योजना न केवल वर्तमान में सुरक्षा देती है बल्कि भविष्य को भी संवारती है। अगर आप EPS के पात्र हैं, तो आज ही इसका लाभ लेने की प्रक्रिया शुरू करें और अपने रिटायरमेंट को बेफिक्र बनाएं।

EPS पेंशन योजना के लिए कौन पात्र है?

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वे कर्मचारी जो EPFO के अंतर्गत कम से कम 10 साल काम कर चुके हैं और जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है, वे इस योजना के अंतर्गत पेंशन लेने के पात्र होते हैं।

क्या EPS पेंशन रिटायरमेंट से पहले ली जा सकती है?

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हाँ, EPS पेंशन 58 वर्ष से पहले भी ली जा सकती है, लेकिन ऐसे में पेंशन राशि में प्रति वर्ष 4% की कटौती होती है।

EPS और EPF में क्या अंतर है?

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EPF एक बचत योजना है जिसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं, जबकि EPS एक पेंशन योजना है, जिसमें केवल नियोक्ता के योगदान से राशि जमा होती है।

नौकरी छोड़ने पर EPS का पैसा कैसे मिलेगा?

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अगर आपने 10 साल से कम नौकरी की है, तो आप Form 10C भरकर EPS में जमा राशि निकाल सकते हैं। यदि 10 साल पूरे हो चुके हैं, तो पेंशन क्लेम के लिए Form 10D भरना होगा।

EPS पेंशन कितनी मिलती है?

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EPS पेंशन की राशि कर्मचारी के औसत वेतन और सेवा काल के आधार पर तय होती है। अधिक वेतन और लंबी सेवा अवधि होने पर पेंशन राशि भी ज़्यादा होती है।