पंजाब के 20+ जिलों में कल बजेगा सायरन, सरकार ने जारी की जिलों की लिस्ट Mock Drill Punjab
Mock Drill districts List Punjab - भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुए पहलगाम अटैक के मद्देनज़र, भारत सरकार ने नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 7 मई 2025 को एक मॉक ड्रिल (आपदा अभ्यास) आयोजित करने का फैसला किया है। इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य है आम नागरिकों को आपातकालीन स्थिति में सतर्क रहना, और सही ढंग से प्रतिक्रिया देना सिखाना।

Mock Drill Punjab - सायरन बजते ही सतर्क हो जाएं!
ड्रिल के दौरान अचानक हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे। अगर आप उस समय स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, बाजार या सड़क पर हैं, तो आपको तुरंत पास के सुरक्षित स्थान पर जाना होगा। इसका उद्देश्य है कि असली हमले की स्थिति में जनता घबराए नहीं, बल्कि समय पर सही निर्णय लेकर खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सके।
ब्लैकआउट और बमबारी से बचाव की ट्रेनिंग भी होगी
इस अभ्यास में ब्लैकआउट (पूरा इलाका अंधकार में करना) भी शामिल होगा, जिससे दुश्मन हवाई हमले के दौरान किसी भी क्षेत्र को आसानी से चिन्हित न कर सके। इसके अलावा, लोगों को यह भी सिखाया जाएगा कि बमबारी के समय कैसे बचा जाए, किन स्थानों पर शरण ली जाए, और किन सावधानियों का पालन किया जाए।
📍 मॉक ड्रिल किन जिलों में होगी? यहां देखें पूरी सूची
7 मई को मॉक ड्रिल पंजाब के निम्नलिखित 21 जिलों में आयोजित की जाएगी:
- 👉 अमृतसर
- 👉 बठिंडा
- 👉 फिरोजपुर
- 👉 गुरदासपुर
- 👉 होशियारपुर
- 👉 जालंधर
- 👉 लुधियाना
- 👉 पटियाला
- 👉 पठानकोट
- 👉 आदमपुर
- 👉 बरनाला
- 👉 भाखड़ा-नंगल
- 👉 हलवारा
- 👉 कोटकपुरा
- 👉 बटाला
- 👉 मोहाली (एस.ए.एस नगर)
- 👉 अबोहर
- 👉 फरीदकोट
- 👉 रोपड़
- 👉 संगरूर
- 👉 चंडीगढ़
इन सभी जिलों में सायरन, ब्लैकआउट और आपात निकासी की रिहर्सल की जाएगी।
📌 प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश
पंजाब प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान घबराएं नहीं। यह एक पूर्व-निर्धारित और पूर्णतः सुरक्षित अभ्यास है, जिसमें आपका सहयोग ज़रूरी है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी अफवाह पर विश्वास न करें।
🛡 मॉक ड्रिल के मुख्य चरण – जानिए क्या-क्या होगा
- सायरन बजाकर हवाई हमले की चेतावनी दी जाएगी।
- नागरिकों को बमबारी से बचने की रणनीति सिखाई जाएगी।
- पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट का अभ्यास किया जाएगा।
- महत्वपूर्ण संस्थानों को सुरक्षित छिपाने के तरीके बताए जाएंगे।
- आपातकालीन निकासी (Evacuation) की योजना पर भी अभ्यास किया जाएगा।
✍️ निष्कर्ष
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य है कि आम नागरिक किसी भी आपदा की स्थिति में मानसिक रूप से तैयार रहें और घबराए नहीं। यह अभ्यास हमारी सुरक्षा व्यवस्था का एक अहम हिस्सा है, और इसमें नागरिकों की सक्रिय भागीदारी ज़रूरी है।
7 मई को अगर सायरन बजे, तो सतर्क रहें – यह अभ्यास है, लेकिन सुरक्षा में लापरवाही नहीं की जानी चाहिए।