इन रूटों पर नहीं जाएगी हरियाणा रोडवेज बस, यात्रियों के लिए अलर्ट Haryana Roadways
Haryana Roadways - हरियाणा रोडवेज से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए राज्य सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कुछ अहम रूटों पर बस सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी हैं। यह निर्णय विशेष रूप से पंजाब बॉर्डर और कटरा रूट पर प्रभावी हुआ है।

सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया अहम निर्णय
हरियाणा के कैथल रोडवेज डिपो के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पठानकोट, अमृतसर और कटरा के लिए चलाई जा रही सभी बसों का संचालन आगामी आदेशों तक रोक दिया गया है। यह फैसला सरकार के उच्च अधिकारियों द्वारा सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
गौरतलब है कि एक दिन पहले जिन बसों को इन रूटों पर रवाना किया गया था, उन्हें जालंधर से ही वापस बुला लिया गया है। यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विभाग द्वारा वैकल्पिक उपायों पर भी विचार किया जा रहा है।
हर रूट पर एक-एक बस होती थी संचालित
कैथल डिपो से पठानकोट, अमृतसर और कटरा के लिए एक-एक बस का संचालन नियमित रूप से होता था। लेकिन अब जब तक मुख्यालय से नए निर्देश नहीं मिलते, इन रूटों पर बसें नहीं चलाई जाएंगी।
कैथल रोडवेज GM का बयान
कैथल रोडवेज के महाप्रबंधक श्री कमलजीत चहल ने कहा,
"उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार, इन तीनों रूटों पर बस सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।"
चंडीगढ़ और पंजाब के कुछ रूटों पर भी आंशिक रोक
एक अन्य रोडवेज अधिकारी श्री विक्रम कांबोज ने बताया कि,
"कटरा रूट के साथ-साथ अब चंडीगढ़ और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों के लिए भी कुछ बस सेवाओं पर रोक लगाई गई है। वर्तमान में बसें केवल अंबाला तक ही चलाई जा रही हैं।"
यात्रियों से अपील – सफर से पहले जांच लें रूट स्टेटस
हरियाणा रोडवेज प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले संबंधित डिपो से संपर्क करके बस सेवाओं की जानकारी जरूर प्राप्त करें। इससे अनावश्यक असुविधा से बचा जा सकेगा।
निष्कर्ष - Haryana Roadways News Today
हरियाणा रोडवेज द्वारा उठाया गया यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जब तक हालात सामान्य नहीं होते, यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्थाओं का सहारा लेना पड़ सकता है। विभाग द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है और जैसे ही स्थिति अनुकूल होगी, सेवाएं पुनः शुरू की जाएंगी।