हरियाणा के 11 जिलों में कल मॉक ड्रिल, इन 5 बातों पर रहेगा खास ज़ोर Mock Drill Alert
भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सतर्कता और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष अभ्यास की घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद यह कदम और भी महत्वपूर्ण हो गया है। इसी क्रम में 7 मई 2025 को देशभर में मॉक ड्रिल (Mock Drill) आयोजित की जाएगी, जिसमें हरियाणा के 11 जिलों को विशेष रूप से शामिल किया गया है।

🔔 मॉक ड्रिल में क्या होगा खास?
इस मॉक ड्रिल का आयोजन युद्ध या आपातकाल जैसी स्थिति से निपटने की तैयारी के रूप में किया जा रहा है। इसमें आम नागरिकों की भागीदारी के साथ-साथ सुरक्षाबलों और प्रशासन की संयुक्त तैयारी भी देखने को मिलेगी।
🌃 रात में बजेंगे सायरन, होगा ब्लैकआउट
इस अभ्यास के तहत रात में सायरन बजाए जाएंगे, जिससे हवाई हमले जैसी स्थिति का आभास कराया जाएगा। इसके साथ ही ब्लैकआउट (Blackout) अभ्यास के अंतर्गत सभी लाइटें बंद करने का निर्देश भी रहेगा। यह ड्रिल इस बात की ट्रेनिंग देगी कि अगर देश पर अचानक हमला हो जाए या कोई आपदा आए, तो आम जनता कैसे सतर्क रहे और कैसे सहयोग करे।
🛡️ इन 5 प्रमुख बिंदुओं पर रहेगा विशेष जोर:
- हवाई हमले की चेतावनी के तौर पर सायरन बजाना।
- ब्लैकआउट अभ्यास – घर, सड़क, दफ्तर आदि की सभी लाइटें बंद करना।
- नागरिकों को आत्म-सुरक्षा के उपायों की ट्रेनिंग देना।
- आपातकालीन स्थिति में निकासी और राहत पहुंचाने का अभ्यास।
- महत्वपूर्ण संस्थानों और औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण।
📍 हरियाणा के कौन-कौन से जिले हैं शामिल?
भारत सरकार द्वारा 2005 में तैयार की गई सूची के अनुसार, हरियाणा के 11 जिले सिविल डिफेंस (Civil Defence) के दृष्टिकोण से बेहद अहम माने गए हैं।
सेकेंड कैटेगरी में आने वाले जिले:
- अंबाला
- पंचकूला
- यमुनानगर
- पानीपत
- सोनीपत
- रोहतक
- हिसार
- सिरसा
- गुरुग्राम
- फरीदाबाद
थर्ड कैटेगरी में:
- झज्जर
इन सभी जिलों में रात को सायरन बजाए जाएंगे और पूरी तरह से लाइटें बंद कर ब्लैकआउट की स्थिति तैयार की जाएगी।
👮♂️ कौन-कौन होंगे मॉक ड्रिल में शामिल?
इस अभ्यास में न केवल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां बल्कि आम जनता की भी भागीदारी रहेगी। शामिल होने वाले संगठन और समूह:
- स्थानीय प्रशासन
- सिविल डिफेंस वार्डन
- होम गार्ड्स
- NCC (नेशनल कैडेट कोर)
- NSS (नेशनल सर्विस स्कीम)
- NYKS (नेहरू युवा केंद्र संगठन)
- स्कूल और कॉलेजों के छात्र
📌 मॉक ड्रिल के दौरान क्या करना होगा?
मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को सिखाया जाएगा:
- कैसे एक-दूसरे की सहायता करें।
- घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार कैसे दें।
- सायरन या हूटर बजने पर तुरंत सभी घर की लाइटें, मोबाइल की टॉर्च, और अन्य विद्युत उपकरण बंद कर दें।
- सड़क की लाइटें, टोल प्लाजा, स्टेट हाईवे, और NHAI की लाइटें भी इस दौरान बंद रहेंगी।
🔚 निष्कर्ष:
यह मॉक ड्रिल सिर्फ एक अभ्यास नहीं बल्कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने का प्रयास है। इसमें हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। अगर हम सभी सही तरीके से सहयोग करें और जागरूक रहें, तो किसी भी आपातकालीन स्थिति से बेहतर ढंग से निपटा जा सकता है।