12 मई को सरकारी छुट्टी की घोषणा, बंद रहेंगे सरकारी स्कूल, दफ्तर और बैंक Public Holiday
अगर आप 12 मई 2025 को किसी ज़रूरी सरकारी कार्य, बैंकिंग सेवा या स्कूल-कॉलेज से जुड़ा कोई काम करने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर पूरे प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश (Public Holiday) घोषित कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में 12 मई को रहेगा सार्वजनिक अवकाश
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, 12 मई 2025, सोमवार को प्रदेश भर के सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। इस अवकाश का असर स्थानीय निकाय, राज्य स्तरीय विभाग, और अन्य सरकारी संस्थानों पर भी पड़ेगा।
बैंकिंग सेवाएं भी रहेंगी स्थगित
यदि आप इस दिन बैंक जाकर कोई वित्तीय कार्य निपटाने की सोच रहे हैं, तो आपको रुकना होगा। बैंक यूनियन द्वारा घोषित अवकाश सूची के अनुसार, सभी सरकारी और निजी बैंक शाखाएं 12 मई को बंद रहेंगी। ऐसे में ग्राहकों को न तो कोई नकद लेन-देन मिल पाएगा और न ही कोई काउंटर सेवा उपलब्ध रहेगी।
LIC शाखाएं भी रहेंगी अवकाश पर
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की यूनियन ने भी इस दिन सभी शाखाओं में अवकाश घोषित किया है। इस कारण से पॉलिसीधारकों को उस दिन क्लेम, भुगतान या अन्य सेवाएं प्राप्त नहीं होंगी। यदि आप किसी महत्वपूर्ण बीमा से जुड़ा कार्य करना चाहते हैं, तो कृपया उसे 11 मई या फिर 13 मई के लिए शेड्यूल करें।
स्कूल-कॉलेजों में भी नहीं होंगी कक्षाएं
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा जारी वार्षिक अवकाश तालिका के अनुसार:
- बेसिक शिक्षा परिषद के सभी अधीनस्थ स्कूलों में 12 मई को अवकाश रहेगा।
- इसके साथ ही मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय, कॉलेज और उच्च शिक्षण संस्थान भी बंद रहेंगे।
- इस निर्णय से छात्रों, शिक्षकों और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
12 मई 2025 को बंद रहने वाली सेवाओं की सूची
श्रेणी | स्थिति |
---|---|
सरकारी कार्यालय | बंद |
बैंक (सरकारी व निजी) | बंद |
एलआईसी (LIC) शाखाएं | बंद |
सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूल | बंद |
कॉलेज / विश्वविद्यालय | बंद |
निष्कर्ष:
12 मई 2025 को उत्तर प्रदेश में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पूर्ण सार्वजनिक अवकाश रहेगा। ऐसे में यदि आपके कोई सरकारी, बैंकिंग या शैक्षणिक कार्य शेष हैं, तो उन्हें किसी और दिन निपटाने की योजना बनाएं। यह दिन बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है और पूरे प्रदेश में शांति, संयम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।