UIDAI Rules 2025: आधार में गलत जानकारी पर 3 साल की जेल और ₹1 लाख जुर्माना! जानें नए नियम
UIDAI Rules 2025: आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा जारी की गई एक अत्यंत महत्वपूर्ण और बहुपयोगी पहचान प्रणाली है। इसका इस्तेमाल बैंकिंग, सिम कार्ड खरीदने, सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने, टैक्स फाइलिंग और अनेक सरकारी योजनाओं में किया जाता है। इसलिए इसमें दी गई जानकारी का सही और सुरक्षित होना बेहद जरूरी है।

UIDAI Rules 2025: जानबूझकर गलत जानकारी देना अब पड़ेगा भारी
यदि कोई व्यक्ति अपने आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर या अन्य कोई भी जानकारी जानबूझकर गलत दर्ज करता है, तो अब उसे कड़ी सजा भुगतनी पड़ सकती है। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के अनुसार यह एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति किसी और की पहचान का गलत इस्तेमाल करके फर्जी आधार कार्ड बनवाने की कोशिश करता है, तो भी उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।
UIDAI Rules 2025: कौन-कौन सी धाराएं लग सकती हैं?
आधार एक्ट 2016 और आईटी एक्ट के अंतर्गत आधार से संबंधित गड़बड़ियों पर निम्नलिखित सजा का प्रावधान है:
- धारा 38: अगर कोई व्यक्ति किसी और का आधार नंबर या बायोमेट्रिक डेटा जानबूझकर इस्तेमाल करता है, तो उस पर ₹10,000 से ₹1,00,000 तक का जुर्माना और 3 साल तक की जेल हो सकती है।
- धारा 39: अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य के आधार डेटा को बिना अनुमति के इकट्ठा या साझा करता है, तो उसे भी 3 साल तक की सजा और जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।
UIDAI Rules 2025: इन आधार से जुड़ी गलतियों से बचें
- किसी और व्यक्ति का आधार कार्ड इस्तेमाल न करें।
- आधार आवेदन करते समय गलत या झूठी जानकारी न दें।
- फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से आधार बनवाने की कोशिश न करें।
- किसी और की आधार कॉपी डाउनलोड या उपयोग न करें।
- अपनी आधार जानकारी किसी अनाधिकृत व्यक्ति या वेबसाइट से साझा न करें।
UIDAI Rules 2025: कैसे बचें Aadhaar फ्रॉड से?
- UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट (uidai.gov.in) या mAadhaar ऐप के ज़रिए समय-समय पर अपने आधार की स्थिति चेक करते रहें।
- सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो ताकि किसी भी बदलाव की सूचना तुरंत मिल सके।
- किसी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत UIDAI हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल करें या help@uidai.gov.in पर ईमेल भेजें।
UIDAI Rules 2025: आधार सिर्फ पहचान नहीं, डिजिटल जीवन की कुंजी है
आज के डिजिटल भारत में आधार केवल एक पहचान पत्र नहीं है, बल्कि एक डिजिटल पहचान है, जिससे आपकी बैंकिंग, शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी सेवाएं जुड़ी हुई हैं। ऐसे में इसमें दी गई जानकारी की सटीकता और गोपनीयता बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
UIDAI Rules 2025 - निष्कर्ष
UIDAI के नए नियमों के अनुसार आधार से जुड़ी किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी अब हल्के में नहीं ली जाएगी। अगर आप सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो आधार कार्ड में सही जानकारी दें और इसकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।