2 बैंक खाता चलाने वालों के लिए RBI की नई गाइडलाइन, खाता होगा बंद!
Category: latest-news » Post by: Lalchand » Update: 2025-05-06
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में उन ग्राहकों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं, जिनके पास दो या उससे अधिक बैंक खाते हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है। यदि आपके पास एक से अधिक सेविंग या करंट अकाउंट हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

RBI की नई गाइडलाइन का उद्देश्य क्या है?
- डुप्लिकेट ट्रांजैक्शन पर रोक: कई बार लोग अलग-अलग खातों के ज़रिए एक ही लेन-देन को बार-बार करते हैं। RBI का यह कदम ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए है।
- वित्तीय पारदर्शिता: सभी बैंक खातों की जानकारी एकसमान रखने से खातों में लेन-देन की निगरानी आसान होगी।
- धोखाधड़ी की रोकथाम: फर्जी खातों और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगेगी।
- बैकिंग व्यवस्था में सुधार: ग्राहकों और बैंकों दोनों के लिए खाता प्रबंधन आसान होगा।
नए नियमों के अनुसार किन बातों का रखें ध्यान?
1. KYC अपडेट रखें
- दोनों या अधिक खातों का KYC समय-समय पर अपडेट रखना अनिवार्य होगा।
- KYC अपडेट नहीं होने पर खाता फ्रीज हो सकता है।
2. निष्क्रिय खाता हो सकता है बंद
- अगर किसी खाते में लंबे समय से लेन-देन नहीं हो रहा है तो उसे निष्क्रिय घोषित किया जा सकता है।
- बैंक इससे पहले ग्राहक को सूचना देगा।
3. आय का स्रोत बताना जरूरी
- सभी खातों के लिए आपको अपना आय का स्रोत स्पष्ट रूप से बताना होगा।
4. फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा अलग-अलग होगी
- हर खाते में ATM और शाखा लेन-देन की फ्री सीमा अलग-अलग निर्धारित की जाएगी।
- सीमा से ज्यादा लेन-देन पर शुल्क देना होगा।
5. न्यूनतम बैलेंस अनिवार्य
- सभी खातों में न्यूनतम बैलेंस रखना ज़रूरी होगा।
- ऐसा न करने पर पेनाल्टी लग सकती है।
6. क्रेडिट कार्ड व लोन डिटेल्स की समानता
- बैंक यह सुनिश्चित करेगा कि सभी खातों में क्रेडिट कार्ड और लोन से संबंधित जानकारी एक समान हो।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- अप्रयुक्त खातों को बंद कराएं: जिन खातों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है, उन्हें बंद कर देना ही समझदारी है।
- ऑटो-डेबिट सुविधा पर ध्यान दें: केवल सक्रिय खातों से ही ऑटो-डेबिट सेटिंग्स जुड़ी होनी चाहिए।
- मुख्य खाता चुनें: रोजमर्रा की बैंकिंग के लिए एक खाता प्रमुख रखें, बाकी को बैकअप के तौर पर इस्तेमाल करें।
- आयकर विभाग को सभी खातों की जानकारी दें: ब्याज आय (Interest Income) का सही टैक्स भुगतान करें।
इन नियमों से कैसे होगा फायदा?
- ✅ बढ़ेगी पारदर्शिता – बैंक और ग्राहक के बीच बेहतर तालमेल।
- ✅ धोखाधड़ी पर नियंत्रण – फर्जी और निष्क्रिय खातों की पहचान आसान।
- ✅ लेन-देन की सुरक्षा – सुव्यवस्थित और सुरक्षित ट्रांजैक्शन्स।
निष्कर्ष
अगर आपके पास दो या उससे ज्यादा बैंक खाते हैं, तो RBI की नई गाइडलाइन्स को गंभीरता से लेना ज़रूरी है। समय-समय पर KYC अपडेट करें, न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें और फालतू खातों को बंद कर दें। इससे आप बैंकिंग व्यवस्था में सहयोग देने के साथ-साथ अनावश्यक परेशानियों से भी बच सकेंगे।